Holi Bhai Dooj 2021 | होली भाई दूज के बारेमे पूरी जानकारी

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हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका SimpleJB.in साईट में, आज हम इस पोस्ट में Holi Bhai Dooj 2021 के बारेमे बताने ज्या रहे है. होली के दुसरे दिन क्यों बहन अपने भाई को तिलक लगाती है इसका महत्त्व हम इस पोस्ट में जानेंगे.

होली एक अनोखा त्यौहार माना ज्याता है, जो की भारत में लगबघ हर जगह मनाया ज्याता है. होली या एक रंगों का त्यौहार भी है, जहा सभी लोग एक दुसरे को रंग लगाकर अपना प्रेम जताते है. यह त्यौहार सभी को साथ लाता है, अपने जीवन में नये रंगों की शुरुवात करता है.

ऐसे ही इस होली के पावन मौके पर एक बहन अपने भाई को तिलक लगाती है, साथ ही अपने भाई की पूजा करती है जिसे Holi Bhai Dooj कहा ज्याता है. तो यह होली भाई दूज क्यों मनाया ज्याता है? ये हम जानेंगे. Holi Bhai Dooj 2021 के बारेमे भी कुछ बाते जानेंगे.

Holi Bhai Dooj क्यों मनाया ज्याता है?

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Holi Bhai Dooj 2021: जैसे की दिवाली के समय भाई दूज मनाया ज्याता है, वैसे ही भारत के कई ठिकानो में होली के दुसरे दिन याने चैत्र मास विधि के अनुसार यह त्यौहार मनाया ज्याता है. इसमें बहन अपने भाई की तिलक लगाकर उसकी लम्बी उम्र और सुखी जीवन की मनोकामना करती है, और भिया अपनी बहन को हर संकटों से बचने का वचन करता है. ये दो भाई बहन में एक दुआसरे का प्यार बर्खारार रखता है.

Holi Bhai Dooj 2021 शुभ मुहुर्त

द्वितीय तिथि- 29 मार्च 2021 को शाम 8 बजकर 54 मिनट से 30 मार्च 2021 को शाम 5 बजकर 27 मिनट तक रहेगा.

होली भाई दूज का महत्त्व

Holi Bhai Dooj का महत्त्व दो भाई बहन में प्यार जताना होता है.

कुछ पौराणिक कथा के अनुसार, होली के दुसरे दिन याने होली भाई दूज के दिन यमराज अपने बहन यमुना से मिलाने ज्याते है. यमराज ने उनकी बहन को भाईदूज के दिन मिलाने का वचन दिया था. तो इस दिन जो भी भाई अपने बहन के घर जाकर तिलक लगाता है, उसे लम्बी उम्र मिलाती है और उनका यम भी कुछ नही कर सकते.

लेकिन शास्त्रों के अनुसार, होली के अगले दिनजो बहन अपने भाई को तिलक लगाती है. उसके जीवन की संकटे दूर हो ज्याति है और उसकी जीवन में सुख समृधि मिलाती है.

होली भाई दूज की कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, एक नगर में एक बुढ़िया रहती थी जिसका एक बेटा और एक बेटी थी. बुढ़िया ने अपनी बेटी की शादी कर दी थी. एक बार होली के बाद भाई ने अपनी मां से बहन के यहां जाकर तिलक कराने का आग्रह किया तो बुढ़िया ने अपने बेटे को जाने की इजाजत दे दी. बुढ़िया का बेटा एक जंगल से गुजरा जहां उसे एक नदी मिली. नदी ने कहा मैं तेरी जान लूंगी. इस पर बुढ़िया का बेटा बोला पहले मैं अपनी बहन से तिलक करा लूं फिर मेरे प्राण लेना. इसके बाद वह आगे बढ़ा जहां उसे एक शेर मिला. बुढ़िया के बेटे ने शेर से भी यही कहा. इसके बाद उसे एक सांप मिला और उसने सांप से भी यही कहा.

इसके बाद वह अपनी बहन के घर पहुंचा. उसकी बहन सूत काट रही थी. तिलक कराते वक्त भाई का मन दुखी था. इस पर बहन ने उसके दुख का कारण पूछा तो भाई ने उसे सब बता दिया. बहन ने भाई से रुकने के लिए कहा और खुद एक तालाब के पास गई जहां उसे एक बुढ़िया मिली. बहन ने बुढ़िया से अपने भाई की समस्या का समाधान पूछा. इस पर बुढ़िया ने कहा यह तेरे पिछले जन्मों का कर्म है जो तेरे भाई को भुगतना पड़ रहा है. अगर तू अपने भाई को बचाना चाहती है तो उसकी शादी होने तक उसकी सहायता कर और उसकी तरफ आने वाले हर संकट को टाल दे.

Disclaimer: हमने आपको उपर जो भी जानकारी दी है वह एकदम सटीक नही है. यह सभी जानकारी हमने प्राचीन कथा, पंचांग से इकट्टा करके आपके लिए पहुचाई है. हमारा एक ही उद्देश है की आपके लिए जानकारी लाना. इसके अलावा हमारा किसी के टेस पहुचने का हेतु नही है.

Conclusion:- हमने आपको इस पोस्ट में Holi Bhai Dooj 2021 के बारेमे जानकारी दी है, उम्मीद है की आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होंगी, अगर आपको इस पोस्ट में कुछ भी दिक्कत आती है तो आप हमे आसानी से Comment कर सकते हो.