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Patil7274 – Page 85 – SimpleJB

Author: Patil7274

  • IAS बनने के लिए कोनसे सब्जेक्ट लेना चाहिए? | IAS Subject Hindi

    IAS बनने के लिए कोनसे सब्जेक्ट लेना चाहिए? | IAS Subject Hindi

    हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका SimpleJB.in साईट में। आज हम इस पोस्ट में IAS बनने के लिए कोनसे सब्जेक्ट लेना चाहिए? | IAS Subject Hindi के बारेमे डिटेल्स में जानने ज्या रहे है।

    बहुत सारे लोगो को Civil Services Exam की तयारी करने की इच्छा होती है, साथ ही बहुत सारे स्टूडेंट का एक अच्छी जॉब याने IAS, कलेक्टर बनने का सपना होता है। स्टूडेंट को IAS Officer बनके अपने देश की सेवा करने का एक मौका होता है, साथ ही IAS की जॉब से वह अपने माँ-बाप का नाम भी रोशन कर सकते है।

    IAS की परीक्षा सबसे कठिन परीक्षाऔ में से एक है, इस परीक्षा की तयारी स्टूडेंट 11वीं और 12वीं कक्षा से ही शुरू कर देते है। लेकिन IAS banane ke liye 11th me konse subject lena chahiye? ये सवाल सभी स्टूडेंट को आता है।

    IAS Exam क्या है? (IAS Exam in Hindi)

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    IAS का फुल फॉर्म Indian Administrative Service है, जिसे हम Hindi मे भारतीय प्रशासनिक सेवा के नाम से जानते है। भारतीय प्रशासनिक सेवा यह अखिल भारतीय सेवा में से एक है। आईएस अधिकारी अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी है।

    भारतीय प्रशासनिक सेवा में सीधी भर्ती संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित  सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से की जाती है तथा उनका चुनाव भारत सरकार द्वारा राज्यों को कर दिया जाता है।

    IAS Officer को सबसे बड़ा अधिकारी माना ज्याता है। कोई भी मिनिस्टर आईएस ऑफिसर की बदली कर सकता है मगर वह उसे नौकरी से हटा नही सकता। क्युकी आईएस की पॉवर सिर्फ President के पास होती है।

    आईएस ऑफिसर को कोई भी पद दिया ज्या सकता है, या फिर कोई मिशन के लिए उन्हें विदेश भी भेज्या ज्या सकता है। आईएस ऑफिसर को District Collector बनाने का मौका मिलाता है।

    IAS बनने के लिए कोनसे सब्जेक्ट लेना चाहिए? | IAS Subject Hindi

    सभी लोगो के मन में IAS बनने के लिए कोनसे सब्जेक्ट लेना चाहिए? ये सवाल बार बार आता है, इसी सवाल का जवाब हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से देने ज्या रहे है।

    IAS Exam सबसे कठिन परीक्षा में एक है। इसी बजह से जो भी विद्यार्थी IAS की तयारी करते है, वह 11 वि १२ वि कक्षा में ही IAS की पढाई करना शरू कर देते है। अब आपको IAS बनने के 11 वि में कौन से सब्जेक्ट लेना चाहिए? ये सवाल आता होंगा। इस सवाल का जवाब आपको निचे मिल जाएगा।

    IAS बनने के लिए 11th में कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए?

    IAS बनने के लिए 11th में कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए?

    जिनका गोल IAS बनना होता है, वह सभी स्टूडेंट १० वि के बाद ही अपने करियर याने IAS बनने की तयारी शुरू कर देते है, मगर बहुत सारे विद्यार्थी को IAS बनने के लिए 11th में कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए? ये सवाल बहुत बार आता है।

    स्टूडेंट अभी चालू 11 वि पढाई के साथ ही IAS की पढाई करना चाहते है? मगर IAS बनने के लिए कोनसे सब्जेक्ट लेना चाहिए? ये सवाल आने के कारन बहुत सारे स्टूडेंट निराश होने लगते है. अब उन सभी स्टूडेंट की सहायता के लिए इस पोस्ट में आपको इस सवालों का जवाब मिल जाएगा।

    सबसे पहले आपको अपनी १०वि की परीक्षा अच्छी मार्क से पास होना है. बाद में आप ११वि कक्षा में प्रवेश लेने के लिए तैयार हो ज्याते हो। ११वि कक्षा में आपको Science, ARTS, Commerce ये तिन सब्जेक्ट मिलते है, अब इन सब्जेक्ट में आपको जो सब्जेक्ट अच्छा लगता है या फिर आपको जिस सब्जेक्ट में रूचि है उन्ही सब्जेक्ट को आप सेलेक्ट करे।

    दोस्तों, आईएस बनने के लिए आप ११वि कक्षा में किसी भी Subject को चुनकर पढाई कर सकते है। आप Science, Commerce, ARTS इस सब्जेक्ट में से किसी एक सब्जेक्ट को पढ़कर आईएस की तयारी कर सकते है।

    IAS बनने के लिए 12th में कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए?

    IAS बनने के लिए कोनसे सब्जेक्ट लेना चाहिए? | IAS Subject Hindi

    आपको कोई भी Civil Services Exam देना है तो आपको अपना Graduation Complete करना होता है। आपने अपना ग्रेजुएशन पूर्ण कर लिया तो ही आप IAS Exam के लिए Eligible माने ज्याते हो। अब आपको IAS बनने के लिए 11th में कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए? इसके बारेमे पता चल गया है। अब जानते है IAS बनने के लिए 12th में कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए?

    आप जैसे ११वि में किसी भी सब्जेक्ट को चुनकर पढाई कम्पलीट कर सकते हो वैसे ही आपको १२वि में भी कोई विषय को चुनकर आईएस की तयारी करनी है।

    आप B.A, B.COM, B.E etc. इनमे कोई भी सब्जेक्ट चुन सकते है और अपने आईएस एग्जाम की तयारी कर सकते है, सबसे जरुरी आपको IAS बनने के लिए UPSC की तयारी करनी पड़ती है।

    UPSC आपको किसी भी पर्टिकुलर सब्जेक्ट की मांग नही करती है। सबसे ज्यादा आपको General Knowledge पर ध्यान देना जरुरी है। साथ ही UPSC परीक्षा के लिए आपके लिखने की रफ़्तार भी तेज होना जरुरी है।

    Conclusion

    हमने आपको इस पोस्ट में IAS बनने के लिए कोनसे सब्जेक्ट लेना चाहिए? | IAS Subject Hindi इसके बारेमे बताया है। मगर स्टूडेंट IAS की तैयारी ११वि में शुरू कर देते है, तो IAS बनने के लिए 11th में कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए? इसके बारेमे भी हमने आपको पुरे डिटेल्स में बताया है।

    इस आर्टिकल में मैंने आपको विज्ञान कॉमर्स और कला विषय तीनों के बारे में बहुत ही अच्छे से बताया है।अगर आप आईएएस बनना चाहते हैं तो आपको अपनी तैयारी 11वीं कक्षा से ही कर देनी चाहिए और आप वही विषय से अपने आगे की पढ़ाई शुरू करें जिस विषय में आपको बहुत ज्यादा रुचि है क्योंकि आपकी रुचि ही आपको आईएएस की परीक्षा में सफलता दिलाती है।

    उम्मीद है की आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा, अगर इस आर्टिकल में आपको कुछ भी दिक्कत आती है तो आप हमे आसानी से Comment में जाकर बता सकते से.

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  • Computer Hindi Keyboard – कंप्यूटर में हिंदी टाइपिंग करना सीखे

    Computer Hindi Keyboard – कंप्यूटर में हिंदी टाइपिंग करना सीखे

    हेल्लो दोस्तों… आपका स्वागत है हमारे SimpleJB.in साईट के. आज हम इस ब्लॉगपोस्ट में Computer Hindi Keyboard – कंप्यूटर में हिंदी टाइपिंग कैसे करे? इसके बारेमे जानने ज्या रहे है.

    बहुत सारे लोगो को इंग्लिश में लिखना नही आता, तो वह सब हिंदी भाषा में लिखना पसंद करते है. मगर ऐसे बहुत से लोग है जिन्हें हिंदी लिखना तो आता है, मगर कंप्यूटर पर हिंदी टाइपिंग करना बिलकुल नही आता.

    सभी कंप्यूटर कीबोर्ड पर इंग्लिश अक्षर होते है, तो उन्हें hindi में कैसे लिखा जाए ये बबहुत बड़ी परेशानी है. लेकिन हम आपकी इस परेशानी का हल इस पोस्ट में निकालेंगे.

    जैसे इंग्लिश कीबोर्ड है वैसे ही कुछ Computer Hindi Keyboard भी बाज़ार में उपलब्ध है, जिसकी मदत से आप आसानी से कंप्यूटर में हिंदी टाइपिंग करना सिख सकते है.

    Computer Hindi Keyboard

    कंप्यूटर में आपको hindi टाइपिंग करना है तो आपको Computer Hindi Keyboard के अलावा आप Google translate की मदत से hindi लिख सकते है.

    google-translate-hindi-keyboard

    गूगल translate का आप इस्तेमाल करते है तो आप आसानी से इंग्लिश में लिखकर उसे hindi में कर सकते है, जैसे की हमने आपको उपर फोटो में बताया है.

    कंप्यूटर में हिंदी टाइपिंग करना सीखे (Learn Hindi Typing On Computer)

    अगर आपको कंप्यूटर में हिंदी टाइपिंग करना सिखना है तो आपको Hindi Font DevLys, Kruti Dev इन Fonts के बारेमे पता होना जरुरी है.

    computer-hindi-keyboard

    Kruti dev fonts को आप अपने कंप्यूटर में इनस्टॉल कर ले और हमने उपर बताये चित्र से उसे समज ले और रोजाना उसपर प्रैक्टिस करना शुरू रखे.

    यह Keyboard shortcuts भी आप देख ले

    कंप्यूटर-में-हिंदी-टाइपिंग-करना-सीखे

    Conclusion:-

    हमने आपको इस पोस्ट में Computer Hindi Keyboard – कंप्यूटर में हिंदी टाइपिंग करना सीखे इसके बारेमे बताया है, साथ ही Hindi Keyboard Shortcuts भी बताये है. अगर आपको इस पोस्ट में कुछ भी दिक्कत आती है तो आप हमे Contact Us पेज पर जाकर बता सकते है, या फिर निचे Comment कर सकते है.

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  • Google Ka Malik Kaun Hai || Google Kis Desh Ki Company Hai

    Google Ka Malik Kaun Hai || Google Kis Desh Ki Company Hai

    हेल्लो दोस्तों… स्वागत है आपका अपने SimpleJB.in साईट में. आज हम आपको इस ब्लॉग में Google के बारेमे बताने ज्या रहे है. आखिर ये Google Ka Malik Kaun Hai || Google Kis Desh Ki Company Hai ये सवाल आपको आते होंगे.

    आप सभी मेरी यह पोस्ट देख रहे है, इसका मतलब आपको पता ही है की Google Kya hai? और आपने Google Search करके ही हमारी वेबसाइट तक पहुच गए है.

    हमारा यह मनन है कि आपको गूगल कंपनी के बारेमे पता जरुर है, मगर आपको आखिर ये गूगल कीस देश की कंपनी है? और गूगल का मालिक कौन है? ये नही पता होंगा. तो हम आपको इस पोस्ट में Google के History के साथ-साथ गूगल के अभी के income के बारेमे डिटेल्स में बताने ज्या रहे है.

    Google Ka Malik Kaun Hai

    google-ka-malik-kaun-hai

    हमने आपको निचे Google Succsess Story के बारेमे बताया है, उसमे हमने Google ke malik के बारेमे बताया है. मगर आपको Google Ka Malik Kaun Hai? ये सवाल आ रहा है, तो पहले Google के मालिक के बारेमे बात करते है.

    तो आपको बता दू की गूगल यह कंपनी दो लोगो ने मिलकर बनायी है जिसमे एक Larry Page और दुसरे Sergey Brin माने ज्याते है. लेकिन गूगल का मालिक Larry page को माना ज्याता है.

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    Google Succsess Story

    Internet के दुनिया पर राज करने वाली एकमात्र कम्पनी गूगल मानी ज्याति है. Larry Page का जन्म मार्च १९७३ को अमेरिका के मिशिगन में हुवा था. उनके माता पिता स्टेट University में Professor थे. लारी में माता पिता कंप्यूटर प्रोफ्फेसर होने के कारण उन्हें कंप्यूटर में बहुत ज्यादा इंटरेस्ट था.

    उन्होंने बहुत छोटी उम्र से चीजो को खोलकर संजना शुरू किया. वो जानना चाहते थे की कोई भी चीज़ आखिर काम कैसे करती है. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहाता “मैंने बहुत की कम उम्र से महसूस कर लिया था की मई चीजो का अविष्कार कर लूँगा”

    Larry जब १२ साल के थे तब उन्होंने एक बुइस्नेस्स्मन बनाने का सोच लिया था, जिसके बात ही उनको बिसनेस वर्ल्ड की बातो को जानने की समज मिली.

    जब वह Stanford University में PHD कर रहे थे वाही उनकी मुलाकात हुई Google के Co-founder Sergey Brin से. और उन दोनों ने अपना पीएचडी का विषय World Wibe Web ही लिया.

    वह दोनों एक ऐसे Algoritham के सोच में लगे, जिसमे सभी वेबसाइट को एक जगह लिंक किया जाए. और उनकी पॉपुलैरिटी के आधार पर उनके पेजेज को रैंकिंग दी जा सके.

    अगले 4 साल तक उन्होंने जबरदस्त मेहनत की और १९९६ में उन्हें यह अल्गोरिथम आखिर मिल ही गया.

    अपने परिवार दोस्तों से 10 लाख डॉलर का कर्ज लेकर, इन दोनों ने GOOGLE Inc नाम की कंपनी की स्तापना की, अपने यूनिक कांसेप्ट और अल्गोरिथम की बजेसे गूगल बहुत ही जल्द दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन गयी.

    २००४ में गूगल का IPO शेयर मार्किट में उतारा और निवेशको ने इसमें भारी मात्र पर निवेश किया. इसके बाद गूगल को सारी दुनिया में लोकप्रियता मिली.

    Google Kis Desh Ki Company Hai

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    जैसे की आपको उपर पता चल गया है की Google Ka Malik Kaun Hai? और आपको google kis desh ki company hai ये अभी तक नही पता चला है.

    Google यह American Company है. जो की दुनिया की सबसे पावरफुल कंपनी मानी ज्याति है.

    Google का Head Office California के Silicon valley में है.

    Conclusion:-

    हमने आपको इस पोस्ट में Google Succsess Story के बारेमे बताया है, साथ ही हमने Google Ka Malik Kaun Hai || Google Kis Desh Ki Company Hai आपको इसके बारेमे डिटेल्स में बताया है. अगर आपको इस पोस्ट में कुछ दिकात आती है तो आप हमे Contact us पर जाकर Contact कर सकते है या फिर कमेंट करके हमे बता सकते है.

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  • BC & AD Full Form – AD Means in Hindi

    BC & AD Full Form – AD Means in Hindi

    BC & AD Full Form – हेल्लो दोस्तों, स्वागत है आपका अपने SimpleJB.in ब्लॉग में. आज हम इस पोस्ट में BC & AD Full Form के बारेमे डिटेल में जानने ज्या रहे है, साथ ही हम AD Means in Hindi क्या है इसके बारेमे भी इस पोस्ट में जानेंगे.

    आप सभी को पता है जब कोई बड़ा शब्द होता है तो उसका कोई शोर्ट फॉर्म रहता है, वैसे ही BC & AD यह दो शोर्ट फॉर्म वाले शब्द है, मगर बहुत सारे लोग BC & AD Full Form क्या है? ये जानना चाहते है. हम आपको इस पोस्ट में BC & AD Full Form के बारेमे बताएँगे, साथ ही हम आपको BC & AD Means क्या है ये भी बताने ज्या रहे है.

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    हमारे इतिहास को इसा के जन्म से पहले और इसा के जन्म के बाद में बाटा गया है. इसा के जन्म के पहले को इसा पूर्व और इसा के जन्म के बाद के समय को इसवी काल कहा गया है. जिसे इंग्लिश में BC aur AD कहा ज्याता है.

    BC Full Form in Hindi

    आपने History पढ़ते वक्त बहुत बार BC और AD यह शब्द सुना होगा, मगर आपको BC full Form के बारेमे अभी तक पता नही होंगा, तो आपको निचे इसका फुल फॉर्म बताया है.

    BC Means BEFORE CRIST – यानी Jesus Crist के जन्म से पहले.

    BC – BEFORE CRIST क्या है?

    अब आप सभी को BC Full Form पता चल गया है, बहुत सारे लोगो को BC याने BEFORE CRIST क्या है? ये नही पता तो उनके लिए हम बताएँगे.

    जैसे की हमने आपको बताया है की Before crist याने इसा के जन्म से पहले याने इसे इसा पूर्व कहा ज्याता है. इसा के जन्म के 1 साल पहले को 1 BC और जन्म के 1 साल बाद को 1 AD कहा ज्याता है. हिस्ट्री में बहुत सी जगा BC को BCE कहा गया है.

    BC को लिखते समय हम 120:BC ही लिखते है, इसा पूर्व के काल का समय हमेशा उलटे क्रम में ही चलता है. उदहारण, २२० BC के बाद २१९ BC ही आता है.

    BCE Full Form & BCE Meaning in Hindi

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    BEFORE COMMON ERA – यह BCE का फुल फॉर्म है.

    BC और BCE में कोई भी फरक नही माना ज्याता है, BCE को भी हम इसा पूर्व काल से पहले ही मानते है.

    यह भी पढ़े:-

    AD Full Form in Hindi

    जबकि हमने आपको उपर BC full Form के बारेमे बताया है, वैसे ही हम आपको AD full Form in Hindi के बारेमे बताएँगे.

    AD Full Form – Anno Domini याने इसा (jesus christ) के जन्म के बाद

    AD means Anno Domini क्या है?

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    आपको AD full form के बारेमे पता चल गया है, अब आपके मन में AD means Anno Domini क्या होता है? ये सवाल आता होंगा. इसका जवाब हम आपको इस पोस्ट में बताएँगे.

    AD को hindi में इसवी कहा ज्याता है, मान्यता के अनुसार ये इसा के मृत्यु के बाद का समय है. अकसर लोग AD को After Death कह देते है, जो की पूरा गलत है. क्युकी AD यह एक Latin Word है. जिसे हमारे इश्वर का वर्ष कहा ज्याता है.

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    इसा मासी जन्म के 1 साल बाद को 1 AD की मान्यता दी गयी है, हिस्ट्री में बहुत सी जगह AD को CE के नाम से ज्याना ज्याता है. AD को लिखते समय हम AD:2020 लिखते है. इसवी का समय सीधे क्रम में ही चलता है. उदहारण, २००२ इसवी के बाद २००३ इसवी ही आता है.

    CE Full Form & CE Meaning in Hindi

    COMMON ERA – यह CE का फुल फॉर्म है.

    AD और CE में कोई फरक नही है, Common Era को हम इसा के जन्म के बाद का समय मानते है.

    Conclusion:-

    आज हमने आपको इस पोस्ट में BC & AD Full Form – AD Means in Hindi के बारेमे डिटेल में बताया है. उम्मीद है की आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होंगी. अगर इस पोस्ट में आपको कोई दिक्कत आती है तो आप हमे आसनी से Contact us पर जाकर बता सकते है, या फिर आप Comment भी कर सकते है.

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  • Dhruva Tara Kahani in Hindi

    Dhruva Tara Kahani in Hindi

    दोस्तों कहानिया सुनना किसको पसंद नही है, मई भी जब छोटा था तब कहानिया सुने बिना एक दिन भी सो नही पाता था. मुझे मेरी दादी कई बार Dhruva Tara की कहानी सुनाया करती थी. आज हम उसी ध्रुव तारा की कहानी को जानेगे.

    Dhruva Tara Kahani

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    ब्रम्हा जी के पुत्र मनु और उनके पुत्र रजा उतान्पाद थे. राजा की दो रानिया थी, एक रानी का नाम सुनीति और दूसरी रानी का नाम सुरुचि था. सुनीति बड़ी रानी थी और सुरुचि छोटी रानी थी. राजा बड़ी रानी से बहुत ज्यादा प्रेम करते थे, साथ ही सुरुचि पर भी उनका प्रेम बहुत था.

    रानी सुनीति के पुत्र का नाम ध्रुव था और रानी सुरुचि की पुत्र का नाम उत्तम था. राजा उतान्पाद का ध्यान रानी सुरुचि की तरफ बहुत ज्याता था क्युकी वह दिखने में काफी सुन्दर थी. लेकिन रानी सुरुचि अपनी सुर्न्दार्ता पर काफी घमंड करती थी. और उनका स्वाभाव भी थोडा अलग था.

    बड़ी रानी सुनीति का स्वाभाव बहुत ही प्रेमळ था. साथ ही वह बहुत समजदार और शांत थी. रजा का सुरुचि की तरफ अधिक प्रेम देखते हुवे रानी सुनीति बहुत दुखी रहती थी, इसीलिए अपना मन बिताने के लिए वह अपना ज्यादा समय पूजा करने में लगती थी.

    एक दिन रानी सुनीति के पुत्र ध्रुव अपने पिता की गोद में खेल रहे थे तभी वह सुरुचि रानी पहुच गयी. राजा की गोद में ध्रुव को देखकर रानी सुरुचि को गुस्सा आ गया और उसने ध्रुव को राजा की गोद से निचे उतार दिया और कहा की राजा की गोद और उनके सिंहासन पर सिर्फ मेरे पुत्र उत्तम का हि हक़ है. ये सुनकर ध्रुव को बहुत बुरा लगा.

    ध्रुव वहा से रोते हुवे निकला और आपने माँ के पाच पंहुचा. ध्रुव को रोते हुवे देखकर माँ रानी सुरुचि बहुत चिंतित हो गयी और उन्हें ध्रुव से क्या हुवा यह पूछा, ध्रुव ने उन्हें सबकुछ बताया इसे सुनकर रानी सुनीति के आँखों में भी आसू आ गए. और उन्होंने ध्रुव से कहा की भगवान् की सच्ची आराधना करने से उसे सिंहासन और पिता दोनों मिल जायेगे.

    माँ की बात मानकर ध्रुव भगवान् की प्रार्थना करने के लिए अपने महल से जंगलो की तरफ निकल पड़े. छोटो से ध्रुव को जंगलो की तरफ देखकर नारद मुनि ने उन्हें देख लिया और नारण ने उन्हें रोका और पूछा की तुम जंगलो की तरफ क्यों जा रहे हो. ध्रुव ने कहा की वह भगवान् की आराधना करने ज्या रहे है, नारद ने उन्हें बहुत समजाया और उन्हें राजमहल की तरफ वापस भेजने की बहुत कोशिश की, मगर ध्रुव ने उनकी एक न सुनी.

    ध्रुव के निर्णय के कारण नारद ने उन्हें “ॐ नमो भगवतो वासुदेवाय” इस मंत्र का जाप करने कहा. ध्रुव जंगल में पहुंचकर जाप करने लगे. तभी नारद ने महल में पहुचकर राजा उतान्पाद को यह बताया. राजा नारद की बात सुनकर बहुत चिंतित हो गए और ध्रुव को वापस लाने का निर्णय ले लिया. तभी नारद ने कहा की ध्रुव अब्ब ध्यान में मग्न हो चुके है जो की अब वापस नही आ सकते.

    उधर ध्रुव बहुत ही कठोर परिश्रम से प्रार्थना करने लगे. कई दिन और कई महीने बीतने के बाद भी वह प्रार्थना कर रहे थे, उनसे प्रसन्न होक भगवान् हरी ने उन्हें अपने दर्शन दिए. ध्रुव की तपश्या से वह बहुत खुश हुवे और उन्हें वरदान दे दिया.

    उन्होंने कहा की तुम्हे राजसुख मिलेगा, साथ ही तुम्हारा नाम और तुम्हारी भक्ति हमेशा के लिए जानी जायेगी, यह कहकर भगवान् ने उन्हें राजमहल की तरफ भेज दिया. राजमहल वापस आने से रानी सुनीति और राजा बहुत खुश हो गए और उन्हें अपना पूरा राज्य सौप दिया.

    भगवान् हरी के वरदान से भक्त ध्रुव का नाम अमर हो गया और आज भी सभी लोग उन्हें आसमान में सबसे चमकने वाला Dhruva Tara (pole star) के नाम से जानते है.

    ध्रुव तारा, जिसका बायर नाम “अल्फ़ा उर्साए माइनोरिस” है, ध्रुवमत्स्य तारामंडल का सब से रोशन तारा है। यह पृथ्वी से दिखने वाले तारों में से ४५वां सब से रोशन तारा भी है। dhruva tara पृथ्वी से लगभग ४३४ प्रकाश वर्ष की दूरी पर है।

    Conclusion:-

    Dhruva Tara Kahani in Hindi इससे हमे यह सिख मिलती है की अगर कोई भी काम परिश्रम और लगन से किया जाए तो वह काम पूरा हो ज्याता है.

    यह भी पढ़े:-

    FAQs Dhruva Tara

    Q1. ध्रुव तारा कैसे पहचाने?

    Ans:- इसे श्रेणी का सबसे रोशन तारा माना ज्याता है या फिर इसे महादानव तारा भी कहा ज्याता है. दो ऋषियों की सीधी रेखा में उतार की तरफ जो सबसे चकता हुवा तारा नजर आता है उसे Dhruva tara कहते है. ध्रुव तारा (Dhruva Tara) यह सूर्य से भी सबसे ज्यादा बड़ा होता है, और सूरज से भी ज्यादा इसकी रोशनी होती है.

    Q2. ध्रुव तारा कब दिखता है?

    Ans:- Dhruv tara का २६००० साल का पूरा एक चक्र होता है, यह धरती से ध्रुव निकलते हुए चमकते निकल पड़ता है. जब २६००० वर्ष पूर्ण होते है तब यह तारा दिखता है. ध्रुव तारे की आसपास की चमक बहुत कम होती है इसके कारण वह ज्यादा चमकता है.

    Q3. ध्रुव तारा कब दिखाई देगा?

    Ans:- 26000 वर्ष पूर्ण होने के बाद ध्रुव तारा फिरसे दिखाई देगा.

    Q4. ध्रुव तारा क्यों स्थिर प्रतीत होता है?

    Ans:- जैसे की महान वैद्यानिक ने कहा था की पृथ्वी अपनी धुरी पश्चिम से पूर्व की और परिक्रमा करती है, उसीप्रकार सभी तारे पश्चिम से पूर्व परिक्रमा करते है. इसीलिए ध्रुव तारा स्तित नही होता है.

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  • Manyata Datt Biography in Hindi | मान्यता दत्त जीवन परिचय

    Manyata Datt Biography in Hindi | मान्यता दत्त जीवन परिचय

    Manyata Datt Biography in Hindi | मान्यता दत्त जीवन परिचय ( Manyata Datt  Age, Height, Caste, Family, Real name, History, Movie, Wikipedia in Hindi)

    लगबघ इस पोस्ट को पढने वाले सभी लोग मान्यता दत्त को तो जानते ही होंगे, लेकिन आप सभी उन्हें संजय दत्त की पत्नी के नाम से ही जानते होंगे. मगर मान्यता दत्त एक अच्छी फिल्म एक्ट्रेस भी है, साथ ही संजय दत्त प्प्रोडक्शन की सीईओ भी है. वह एक अच्छी डायरेक्टर भी मानी गयी है.

    संजय दत्त की 2 शादिया होने के बावजूद भी मान्यता ने संजय से शादी कर ली, और हर अच्छे और बुरे वक्त में संजय दत्त का साथ भी निभाया है. Sanjay Datt की जीवन में Manyata Datt का बहुत बड़ा योगदान माना ज्याता है. इनका रिश्ता बहुत ही लम्बा टिका है, मान्यता दत्त और संजय दत्त शादी को लगबघ १३ साल हो गए है.

    Manyata Dutt: Birth, real name, Education

    manyata-datt-biography-hindi
    source: wikipedia

    मान्यता दत्त का जन्म 22 जुलाई 1979 को मुबई शहर में हुवा था. उनके पिता एक अच्छे बिझनेस मैन थे और माता एक हाउसवाइफ थी. कुछ कारणों की बजे से उन्हें मुंबई छोड़कर दुबई शिफ्ट होना पड़ा.

    Manyata datt ने अपनी पूरी पढाई दुबई में ही की है, असल में उस समज उनको दिलनाज शेख नाम से ज्याना ज्याता था. उनका निक नाम सारा खान था. जब मान्यता दत्त को बॉलीवुड में काम मिला तब सभी लोग उन्हें सारा खान नाम से ही जानाते थे.

    प्रकाश झा की फिल्म गंगाजल में उनका आयटम डांस बहुत ज्यादा फेमस हुवा उसी दौरान प्रकाश झा ने उनका नाम मान्यता रखा.

    Manyata Datt Family (मान्यता दत्त का परिवार)

    मान्यता दत्त एक मुस्लिम परिवार से है. उन्होंने एक बार मिडिया में बयाता था की, वह एक कट्टर मुस्लिम परिवार से तालुक रखती है. वह इस्लाम का सकती से पालन करती है, हालाकि एक हिन्दू धर्म में शादी करने के बाद वह अपने घर को अच्छे से संभल रही है.

    संजय दत्त और मान्यता दत्त को दो जुड़े बच्चे है, उनमे एक बीटा और एक बेटी है. बेटे का नाम शाहरान दत्त और बेटी का नाम इकरा दत्त है.

    मान्यता का करियर (Manyata carier)

    सारा खान नाम से बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने वाली मान्यता को बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपना नाम बनाना था. लेकिन उनके पिता के मृत्यु के बाद उनके कैरिएर की आकांक्षाएं ख़त्म हो गयी, क्युकी उन्हें उनके पिता के व्यापार को संभालना था.

    मान्यता ने पहले मेराज उर रेहमान से शादी की थी. बाद में 7 फरवरी 2008 को उन्होंने संजय दत्त से गोवा में शादी कर ली. फिर दो सालो के बाद उन्हें 2 जुड़े बच्चे हो गए.

    मान्यता का बॉलीवुड कैरियर (Manyata Bollywood Carier)

    पहली फिल्म:- मान्यता ने एक छोटे बजट की फिल्म “लवर्स लाइक अस” में काम किया था. इस फिल्म के सभी राइट्स संजय दत्त ने 20 लाख रुपये में खरीद लिए थे. उन्होंने गंगाजल फिल्म में एक आयटम सोंग से बहुत बढ़िया शुरुवात की थी.

    In popular culture

    हाली में राजकुमार हिराली के द्वारा प्रकाशित की गयी संजू फिल्म में दिया मिर्जा ने मान्यता दत्त का किरदार निभाया है. संजू फिल्म संजय दत्त की बायोपिक है जीसमे संजय दत्त का किरदार रणबीर कपूर ने निभाया था और मान्यता का दिया मिर्ज़ा ने.

    नाम(Name)मान्यता दत्त
    वास्तविक व असली नाम दिलनाज शेख
    निक नेम सारा खान
    जन्म (Birth)22 जुलाई 1979
    जन्मस्थान (Birth-place)मुम्बई
    नागरिकता (Citizenship)भारतीय
    शिक्षा (Education)दुबई
    पेशा (Ocuupation)एक्ट्रेस और प्रोडक्शन कम्पनी की सीईओ
    पूर्व-पति (Ex-husband)मेराज
    पति (Husband)संजय दत्त
    शादी का दिन (Marriage date)7 फरवरी 2008
    पुत्र (Son)शाहरान
    पुत्री (Daughter)इकरा
    लम्बाई (Height)5’7”
    वजन (Weight)84 किलो
    बॉडी मेजरमेंट (Body measurement)35-29-34
    वेस्ट साइज (Waist size)29 इंचेज
    हिप साइज़ (Hip Size)34 इंचेज
    शू साइज़ (Shoe size)12 इंचेज
    आँखों का रंग (Eye Colour)गहरा भूरा
    बालों का रंग (Hair Colour)काला
    फिल्म (Films)गंगाजल, लवर्स लाइक अस
    विवाद (Controversy)बिना तलाक लिए दूसरी शादी और शरीयत का उल्लंघन करने का आरोप
    Manyata Datt

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    Conclusion:-

    हमने आपको इस पोस्ट में Manyata Datt Biography in Hindi | मान्यता दत्त जीवन परिचय के बारेमे बताया है. आपको Manyata datt की बायोग्राफी कैसी लगी हमे कमेंट करके जरुर बताये.

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